जिसके बाद सियासी गलियारों में जबरदस्त संग्राम छिड़ गया है. रजा एकेडमी के फाउंडर मौलाना सैयद नूरी कोरोना वैक्सीन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ये इल्जाम लगाया है कि वैक्सीन में सुअर की चर्बी का जिलेटिन इस्तेमाल हो रहा है !
‘शाश्वत स्वर
देश कोरोना से जंग में टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने का इंतज़ार कर रहा है, वहीं इस्लामिक कट्टरपंथियों ने वैक्सीन के हराम-हलाल होने के मुद्दे पर बहस छेड़ दी है. रजा एकेडमी के समर्थन में जमीयत भी आ गई है, वैक्सीन का इस तरह का विरोध सिर्फ भारत में ही नहीं हो रहा है. बल्कि दुनिया के कई देश खासकर मुस्लिम देश वैक्सीन के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं. सिक्के का दूसरा पहलू ये भी है कि ज्यादातर मुस्लिमों ने मौलवी, मौलानाओं की इस तरह की सोच का विरोध किया हैं. आपको मौलानाओं के बयान से रूबरू करवाते हैं.